दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की बंपर जीत के बाद सभी की नजरें अब मुख्यमंत्री पद पर टिकी हैं। फिलहाल, भाजपा के कई विधायकों के नाम सामने आ रहे हैं। साथ ही, पार्टी सूत्रों के अनुसार, नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने की संभावना नहीं है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार के चयन के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ बैठक होने की संभावना है।

भारतीय जनता पार्टी ने 27 साल बाद राजधानी की सत्ता में वापसी की है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी को होने की संभावना है। बीजेपी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इसके एक दिन पहले 19 फरवरी को बीजेपी विधायक दल की बैठक हो सकती है। शपथ ग्रहण समारोह का स्थान अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन संभावना है कि आयोजन रामलीला मैदान में हो सकता है। पहले यह बैठक 17 फरवरी को बुलाई गई थी, लेकिन बाद में इसे स्थगित कर दिया गया। मुख्यमंत्री का नाम तय करने से पहले पार्टी अपने विधायकों की बैठक करेगी।
मुख्यमंत्री के चयन को लेकर काफी समय से अटकलें चल रही हैं और कई बड़े नाम भी सामने आ रहे हैं। जैसे कि प्रवेश वर्मा, रेखा गुप्ता और आशीष सूद समेत कई नाम दौड़ में आगे हैं, हालांकि भाजपा की ओर से अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है। भगवा पार्टी ने पहले घोषणा की थी कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से लौटने के बाद दिल्ली में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 10 से 13 फरवरी तक फ्रांस और अमेरिका के दौरे पर थे।
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कुछ प्रमुख नामों में सबसे आगे प्रवेश वर्मा का नाम है, जिन्होंने नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराकर शानदार जीत हासिल की थी। जनकपुर से विधायक आशीष सूद के नाम की भी चर्चा तेज है, क्योंकि केंद्रीय नेताओं के साथ उनके घनिष्ठ संबंध माने जाते हैं। महिला उम्मीदवार की बात करें तो शालीमार विधानसभा से विधायक रेखा गुप्ता का नाम भी चर्चा में है।
रोहिणी के विधायक विजेंदर गुप्ता, जो दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं और विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके हैं, उनका नाम भी चर्चा में है। मालवीय नगर से विधायक सतीश उपाध्याय, जो पार्टी के प्रमुख ब्राह्मण चेहरा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं, इस दौड़ में शामिल हैं। वैश्य समुदाय से आने वाले और आरएसएस के मजबूत प्रतिनिधि जितेंद्र महाजन भी शीर्ष दावेदारों में शामिल हैं।
पार्टी के नेताओं ने राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा किसी महिला को मुख्यमंत्री बनाने या पूरी तरह से नया चेहरा चुनने की संभावना का संकेत दिया है। शिखा रॉय, जिन्होंने ग्रेटर कैलाश में आप के सौरभ भारद्वाज को हराकर जीत हासिल की थी, एक और प्रमुख महिला चेहरा हैं जिन पर विचार किया जा रहा है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में किसे चुनेगी और क्या वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं या नए चेहरे पर भरोसा करेगी।
